सावन शिवरात्रि पूजा विधि

सावन शिवरात्रि पूजा विधि : मे करें ये काम ……

सावन शिवरात्रि पूजा विधि
सावन शिवरात्रि पूजा विधि ऐसे करेगें तो होगा लाभ।

 

सावन सोमवार माह मे शिवरात्रि  एक खास महत्व माना जाता है,और इस माह मै  कृष्ण पक्ष को शिवरात्रि मनाई जाती है, इस चतुर्दशी  के साथ बेहद ही कल्याणकारी भी माना जाता है | और इस समय सावन का महिना चल रहा है| इस सावन सोमवार के रूप मै बहुत सारे लोग महादेव -पार्वती  जी की पूजा करते है और व्रत भी करते है ,इससे मानो भगवान से प्राथना कर मनोकामना को पूरी  करते है|

सावन शिवरात्रि पूजा विधि और सावन सोमवार शिवरात्रि पूजा 

सावन के हर माह मे महादेव जी की पूजा की जाती है| सावन शिवरात्रि पूजा विधि करने से पहले हमे कुछ आवश्यक कार्य कारना होगा, इस दिन आप सुबह जल्दी नहा ले ओर इस शिवरात्रि के पावन अवशर पर व्रत का संकल्प ले ,

ओर इसके पश्चात  महादेव जी के पूजन सामग्री एकत्र कर महादेव जी के मंदिर या उनके शिव शिवलिंग की जब करते हुए ‘  ऊँ ह्रीं नमः शिवाय। ऐं ह्रीं श्रीं ‘ऊँ नम: शिवाय:’ श्रीं ह्रीं ऐं। ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ‘ इस मंत्र करते करते आप शिव परिक्रमा के साथ शिवलिंग मे जलाभिषेक करे ओर जो जल के साथ -साथ घिनह व खीर के साथ इस पूजा के कार्य को पूर्ण रूप से करे ओर शिव भक्तों को शिव प्रशाद देकर भगवान शिव जी प्रसन करे|

सावन सोमवार मे शिवरात्रि का महत्व

जो इस पर्व मे महादेव जी के निर्जला व्रत करता है | उसे शिव शकती  की प्राप्ति होती है ,और भगवान शिव के और इससे भगवान शिव जी के प्रति भक्तों से भक्ति और समर्पण प्रकट करने का एक पावन अवसर मन जाता है, जो सावन शिवरात्रि पूजा विधि भगवान शिव के आंतरिक शांति प्रसंसा की और ले जाता है|जिस कारण से हम महादेव जी का गुणगान करते है|

भगवान शिव के मंत्र

  •  ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।  उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
  •  माना जाता है, की यह मंत्र आकाल मृत्यु के भय  को दूर करता है | व्यक्ति को भय या डर से दूर कतारा है,और साथ मे व्यक्ति की आयु भी लंबी होती है|
  • . ॐ नमः शिवाय
  • यह मंत्र बहुत ही प्रभाव साली माना जाता है अगर कोई भी व्यक्ति इस मंत्र का रोज जाप करता है तो उस व्यक्ति को आरोग्य से संबंधित प्राप्त होती है
  • ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
  • यह मंत्र शिव जी का ध्यान मंत्र मन जाता है|

 

शिवरात्रि के समय इस बात पर ध्यान रखे

  • आप इस दिन महादेव जी की उपवास रखे|
  • भगवान शिव जी की पूजा करे इससे भगवान शिव जी आप से प्रसन होंगे |
  • भगवान शिव जी के आशीर्वाद के लिये शिव जी के मंदिर जाए |
  • शिव जी के मंदिर मे जलाभिषेक व रुद्राभिषेक जरूर से करे |
  • भगवान शिव से जुड़े मंत्र जैसे -मृयूंजय मंत्र और  पंचाक्षरी मंत्र का ज्ञात व जाप करे|
  • इनो दिनों मे ब्रह्मचर्य का पकन करे|
  • जब तक शिवरात्री होगी तब तक तामसिक का उपयोग न करे|
  • भगवान शिव की कावड़ यात्रा जाने वाले भक्तों की मदद जरूर से करे

शिवरात्रि मे पूजा का समय

 

पूजन समय रात्री  02 अगस्त 2024 शाम 06 बजकर 23 से होकर रात्री 09 बजकर 08 मिनट तक रहेगा

पूजन समय  03 अगस्त  2024 सुबह के समय 05 बजकर 23 मिनट से होकर दोपहर के 03 बजकर 08 मिनट तक रहेगा |

मधरात्री पूजन समय 02 अगस्त 2024 रात्री के 11 बजकर 31 मिनट से होकर मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट तक रहेगा|

दोपहर पूजन समय 02 अगस्त

इतिहास

आप सभी तो यह जानते ही होंगे  की सावन सोमवार प्रति वर्ष मनाया जाता है , लेकिन इसे सावन मे ही कियू मनाया जाता है|

भगवान शिव व माता पार्वती जी के कथाओ से दुड़ा हुआ है, कहा जाता है ,की माता  पार्वती सावन के समय भगवान शिव जी के लिये कटोर तपस्या की थी | उन्होंने सावन के हर सोमवार मे भगवान शिव जी के लिये व्रत रखा था , और इस कटोर तपस्या को प्रसन होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को वरदान दिया|

 

 

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