Vikram Sarabhai महान भौतिक विज्ञान मे 1 विज्ञानिक

Vikram Sarabhai महान भौतिक विज्ञान के कोन थे

Vikram Sarabhai भारत के बड़े महान भौतिक विज्ञान में से एक अंतरिक्ष विज्ञानिकथे, जिनकी अंतरिक्ष विज्ञानिक (isro ) का उपयोग केवल वैज्ञानिक के लिए नहीं, बल्कि देश की सामाजिक व आर्थिक समस्याओं के हल करने के लिए भी किया करते थे । उन्होंने संचार व  मौसम पूर्वानुमान, और शिक्षा के क्षेत्र में उनका एक उपयोग करने के लिए कार्यों द्वारा शुरुआत की जाती थी।  यह दृष्टिकोण आज भी भारतीय अंतरिक्ष लिए वह कार्यक्रम अभी भी एक  नींव बनाया गया हुआ है।

विक्रम साराभाई ने परमाणु ऊर्जा की स्थापना

Vikram sarabhai  भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की स्थापना में उनकी भूमिका थी। उनके  के साथ मिलकर भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग के कामकाज को आगे बढ़ाया। Sarabhai का विश्वास था कि परमाणु ऊर्जा का उपयोग देश के लिए  समस्या का समान कर सकते है, और इस भारत देश को नई दिशा में उन्होंने कई महत्वपूर्ण योगदान भी दे सकते है।

वह  वैज्ञानिक के साथ-साथ एक सफल बिज़नेस मेन भी थे। उन्होंने अपने परिवार के विकास के साथ अन्य कामों में भी सफलता प्राप्त की है।  और  उन्होंने शिक्षा और सामाजिक विकास के क्षेत्र में भी कई आर्थिक स्थिति मजबूत की, और शुरुआत भी की, जिस उद्देश्य से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और हॉस्पिटल जैसे सेवाओं को बनाया।

उनकी कठिन परिश्रम का फल कई राष्ट्रीय और भारत  के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर में पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । Vikram sarabhai ko 1966 में पद्म भूषण और ,1972 मरणोपरांत से  भी नवाजा गया है जब उनको  पद्म भूषण का अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

Sarabhai भारत में 12 अगस्त 1919 को अहमदाबाद, में  उनका हुआ था । Vikram sarabhai के जीवन सैली से कुछ बाते मिलती   है ,की वह एक व्यक्ति ने पूरे भारत में और भारत के सभी लोगो से एक पूरे देश की दिशा को कैसे बदला जा सकता है। उन्होंने अपने जीवन में बहुत बड़े योगदान भी दिये  है ,और आने वाले समय में उनका नाम भी लोग लेते रहेंगे। साराभाई की सोच और उनके काम भारत को लेकर काफी कुछ सीखने में परमाणु ऊर्जा के लिए सभी लोग को आत्मनिरभर करते थे ।

Vikram Sarabhai महान भौतिक विज्ञान के कोन थेVikram Sarabhai महान भौतिक विज्ञान के कोन थे
Vikram Sarabhai महान भौतिक विज्ञान के कोन थे

sarabhai जब  1947 मे 28 साल के थे तब उनोहने हेदरबाद मे भोटिक विज्ञान का एक अनुसंधान का प्रयोग साला खोला था | जिसकी स्थापना अंतरिक्ष के विज्ञान के विपरीत क्या गया था | जिसके बाद 1969 मे (ISRO) को भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान को भी अनुसंधान के प्रारूप संगठन को लाए और इसकी स्थापना की | जिसमे कुछ नासा से जुड़े setelight expiriment telivition पर शुरू किया था , जब विज्ञान के कुछ केंद्र मे चर्चे होने लगे , तब उनके प्रती शिक्षा का उत्साह बदने लगा फिर उनोहने 1956 मे स्कूल का निर्माण करना चालू  किया ,और शिक्षा को बड़ाया और इन सभी को स्थापित भी किया vikram sarabhia ने |

vikram sarabhai(ISRO) के बहुत बड़े विज्ञानिक तो थे लेकिन उनके साथ बड़े बीजनेश का कारोबार भी था और जिनका नाम एक बड़े उधोगपती भी थे | vikram sarabhai भारत के लिये कुछ न कुछ करते थे और सफल भी होते रहे जिनकी सफलता का भारत मे पैगाम चल रह था जिसके साथ उनके प्रोजेक्ट मे भारत के लिये परमाणु ऊर्जा का आविस्कार भी क्या था | जब वह परमाणु ऊर्जा के स्थान का जयन करे तब वह भारत के आयोग द्वारा इसकी काम को बड़ाया जा सकता है |

विक्रम साराभाई को देश के प्रेम और लगाव इतना था ,की वह भारत के सभी आर्थिक और सामाजिक सुविधाओ को बनाया | यह सब vikram sarabhaai ने बनाया हुआ जिसके बाद sarabhai की  सन 30 दिसंबर 1971 मे निधन हो गया |और फिर विकर्म साराभाई को म्र्तपद्मभूषण से 1972 मे नवाजा गया था |

 

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