hariyali amavasya 2024 में करें ये काम.. भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न…….
आज का दिन हमारे लिए बहुत खास है, क्योंकि आज हैं,”हरियाली अमावस्या” !
आज के दिन भारत के कई जगहों पर यह त्यौहार मनाया जाता हैं। कई लोग जंगल में जाकर भीलमा नामक पेड़ की लकड़ी लाते है और अपने घरों, कोठों व अपने देवस्थलों में रखते हैं। कई जगहों में भगवान विष्णु देव की पूजा अर्चना भी करते हैं।
कई लोग उपवास रखकर भगवान विष्णु को प्रसन्न करके लाभ आशिर्वाद प्राप्त करते हैं।
हिंदू धर्म में श्रावण मास में आई आमवस्या को श्रावणी अमावस्या कहते है, ऐसा माना जाता हैं, कि इस दिन अपने पूर्वजों के लिए पूजा अर्चना करने से उनको शान्ति मिलती है।
Hariyali amavasya कब मनाया जाता हैं
Hariyali amavasya ,शुक्ल पक्ष के तृतीय तिथि को मनाया जाता हैं। यह श्रावण के मास में आता हैं, इस दिन कई लोग अपने पूर्वजों की शान्ति के लिए पूजा अर्चना करते हैं। ऐसा माना जाता हैं, कि इस दिन पितरों के लिए पूजा अर्चना करने से उनको मोक्ष प्राप्त होता हैं।
हिंदू धर्म में लोग अपने अपने पूर्वजों की शान्ति के लिए देवीय नदियों में जाकर पूरी निष्ठा से यज्ञ समापन, दान दक्षिणा करते है। अपने घरों की सुख समृद्धि और शान्ति के लिए भगवान विष्णु से प्रार्थना करते हैं।
ऐसे करें Hariyali amavasya को संपन्न
ऐसा माना जाता हैं कि Hariyali Amavasya में पेड़ों का वृक्षारोपण करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। आपके अंदर प्रकृति गुप्त रहस्य से लाभान्वित करती हैं, इस दिन पीपल, बरगद, तुलसी और आम का पेड़ लगाएं। ये पेड़ों में हरियाली देवीय गुण संपन्न होता है, और पीपल, बरगद में भरपूर ऑक्सीजन देने की शक्ति होती है। तुलसी में वातावरण शुद्ध करने की क्षमता होती है, इसके साथ आम के पत्तों में विषैली शक्तियों को दूर रखने की ताकत होती हैं।
इस Hariyali Amavasya में आप विभिन्न प्रकार के पेड़ों का भी व्रक्षरोपण कर सकते ताकि हमारी प्रकृति भी शुद्ध रहे और हमसे स्नेह करें।
घरों की करें शुद्धि
ऐसा माना जाता हैं, की हरियाली अमावस्या (Hariyali amavasya) के दिन भगवन विष्णु देव पुरी पृथ्वी लोक का भ्रमण करते हैं। हमे अपने घरों , आस- पास के स्थान को सुरक्षित रखना चाहिए। ताकि भगवान विष्णु प्रसन्न हो सकें, इसके लिए पौधारोपण करना लाभकारी होता है। आप गौ मूत्र से अपने घरों की शुद्धि करें, गोबर से लीप कर घरों की सारी गंदगी दूर करें। इसमें गौ माता को प्रणाम करें, उन्हें विभिन्न प्रकार के पकवान का सेवन कराएं।
ऐसा माना जाता हैं, कि हम गौ माता को प्रसन्न करते हैं तो भगवान विष्णु का आशीर्वाद हमारे ऊपर बना रहता है। इससे हमारे घरों की शुद्धि अपने आप ही हो जाती हैं। शुद्धि से अर्थ होता है, पहला- कि घरों के आस पास का वातावरण साफ रहें, दूसरा – हमारे घरों में कुछ विशुद्ध ऊर्जा रहती हैं, जो भगवान विष्णु दूर कर देते हैं।
ये कार्य बिल्कुल भी ना करें…
Hariyali amavasya में मांसाहार का सेवन करना बहुत गलत है। मदिरा का सेवन भी ना करें। व्रक्षों को भी ना काटें। ऐसा माना जाता हैं, कि ये सब कार्य करने से हमारे आस पास से देवीय शक्तियां दूर जाने लगती है। किसी भी पशु पक्षी – प्राणियों को ना सताएं। पर्यावरण में गंदगी ना फैलाएं। घरों में विशुद्ध पदार्थ को प्रवेश ना दे, दूसरों को भी लाने से रोके। झगड़े, दुश्मनी, लोभ लालच, दुर्व्यवहार और विशुद्ध भावनाएं पैदा ना करें।
करें भगवान विष्णु का मंत्र जाप
आप मंत्र जाप करने में भगवान विष्णु का कोई भी नाम को जप कर सकते है…
१. मंत्र जाप—
मंत्र जाप –ॐ वैष्णवे नमः
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ नमो नारायणाय वैष्णवे नमः
२. भगवन विष्णु के नाम जाप — हरिनारायण ,माधव,केशव,अच्युत और जनार्दन आदि…..