सीताराम येचुरी का निधन: Sitaram Yechury News in hindi
Sitaram Yechury News में सीताराम येचुरी का दिन गुरुवार (12 सितंबर) को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया हैं। अचानक येचुरी जी का निधन हो जाना पार्टी के लिए चिंताजनक हैं। सीताराम येचुरी एक ऐसी खासियत आदमी थे जो कांग्रेस के लिए भी अपना सहयोग छोड़ गए थे।
वह उन लोगों में से थे जो सच्चाई को सामने लाने और हकीकत को लाने में नहीं डरते थे। उनको जो ठीक लगता था उनके तर्क में जो सही निर्णित होता था वह उसे कह देते थे। आईए जानते हैं राहुल गांधी ने येचुरी के बारे में क्या कहा?, येचुरी कौन थे?, येचुरी की खासियत क्या थी? और येचुरी क्या कांग्रेस के लिए भी काम करते थे?, क्यों जाना पड़ा था जेल? इन सभी के बारे में जानेंगे तो इस ब्लॉक को पूरा पड़े।
आर्टिकल पॉइंट विवरण……
- येचुरी कौन थे?
- येचुरी की खासियत(Sitaram Yechury News)
- येचुरी थे गैर-कांग्रेस नेता(Sitaram Yechury News)
- राहुल गांधी ने कहा(Sitaram Yechury News)
- येचुरी को जाना पड़ा था जेल
येचुरी कौन थे?
Sitaram Yechury News में येचुरी भारतीय कम्युनिटी और भारतीय राजनीति के एक नेता थे। वह पार्टी के संसदीय सदस्य के एक प्रमुख नेता थे, जिसे पार्टी के रीड की हड्डी कहा जा सकता है। क्योंकि वह पार्टी के लिए अपनी अहम भूमिका रखते थे। येचुरी जी का जन्म 12 अगस्त 1952(चेन्नई, तमिलनाडु) में हुआ था।
येचुरी जी का राजनीतिक जीवन लगभग 50 साल पूर्व ही शुरू हो गया था, जहां पर वे नेहरू विश्वविद्यालय के संस्थापक बने थे। इसके बाद यह गैर कांग्रेस नेता के रूप में भी प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा येचुरी ने कई भारतीय राजनीति के क्षेत्र में उन्नति की और अपना सहयोग प्रदान किया।
वह उन व्यक्तियों में से थे, जिनकी जरूरत हर पार्टी के लिए अहम भूमिका हो जाती है। भारत की हर पार्टी उन्हें अपने में शामिल करने के लिए हमेशा तैयार रहती थी, इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि यह येचुरी की काबिलियत कई ज्यादा थी।
येचुरी की खासियत(Sitaram Yechury News)
येचुरी ऐसी खासियत है जो अगर किसी पार्टी में शामिल हो जाए तो उनकी उन्नति का रास्ता बढ़ जाता है। येचुरी अपने सामने जो घटित होता था उसी के बारे में जानकारी दे देते थे। येचुरी का राजनीतिक जीवन उनके युवा अवस्था में ही शुरू हो गया था।इस वजह से उन्हें पिछले 50-60 सालों का अनुभव था।
येचुरी ने अपने जीवन में बहुत सारे राजनीतिक उतार चढ़ाव देखे है। वह अपने तर्क से ऐसी बातें कह देते थे। जो लोग जानते तो है ,लेकिन उन्हें कहने में हिचकिचाते थे,उन्हें किसी भी अन्य विपक्षी पार्टी के लोगों से डर नहीं लगता था।
Sitaram Yechury News में वह गैर कांग्रेसी नेता के रूप में भी काम कर चुके हैं। येचूरी ने कांग्रेस और अन्य आश्रमों के बीच चुनाव गठगबंधन के लिए सहयोग भी किया था। जिसके कारण पिछले वर्ष भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी(INDIA) का गठन हुआ हैं।
येचुरी थे गैर-कांग्रेस नेता(Sitaram Yechury News)
येचुरी अपनी राजनीतिक कुटिल और तर्कशास्त्र विद्या के लिए जाने जाते थे । इसी के लिए इंदिरा गांधी भी उन्हें बहुत ज्ञानी पुरुष मानती थी। इसी के लिए उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू से मुलाकात से पहले ही येचुरी से मुलाकात हो गई थी।
उन्होंने कांग्रेस के लिए सहयोग करने की अपील की थी और येचुरी तैयार भी थे ,उन्होंने कांग्रेस के लिए भी अपना सहयोग प्रदान किया। वह कांग्रेस के सह- सदस्य के रूप में भी निर्णीत हुए थे। 1970 के दशक में उन्होंने इंदिरा गांधी उद्घाघाटन समारोह के एक कार्यक्रम में रोकने के लिए इंदिरा गांधी ने उन्हें आमंत्रित किया था। इसके बाद येचुरी ने कांग्रेस के लिए कई मुसीबत क्षणों में अपनी अहम भूमिका अदा की थी।इसके बाद वह अन्य पार्टियों के लिए भी सहयोग प्रदान करते थे।
राहुल गांधी ने कहा(Sitaram Yechury News)
Sitaram Yechury News में…..
राहुल गांधी जी ने X-(ट्वीटर) पर लिखा – सीताराम येचुरी मेरे बहुत ही अच्छे मित्र थे। येचुरी बहुत ही विचारक और देश के लिए अपनी अच्छी समझ रखने वाले व्यक्तियों में से एक थे
हमने जो समय एक साथ बिताया, जो चर्चा की उनको मैं हमेशा ही याद रखूंगा। उनकी इस मृत्यु के बाद उनके परिवार और उनके मित्रजनो को भगवान दुख से निपटने की शक्ति प्रदान करें।
राहुल जी का यह बयान साबित करता है, कि सीताराम येचुरी कितने काबिलियत व्यक्ति थे।
येचुरी को जाना पड़ा था जेल
सीताराम येचुरी का राजनीतिक जीवन शुरू ही होने वाला था ,कि उन्हें कुछ समय के लिए जेल भी जाना पड़ गया था। उस समय आपातकाल का टाइम चल रहा था ,जब येचुरी और उनके साथीगण जे.एन.यू. में साथ रहते थे। उस समय कुछ विरोध और आपातकाल स्थिति में येचुरी ने अपना छात्र संगठन बनाया।
जिसके लिए उन्होंने कई गलत मुद्दों पर भी आवाज उठाई थी, जिस वजह से उन्हें जेल भी जाना पड़ गया था। उन्हें जेल जाने में कोई भी आपत्ति नहीं थी क्योंकि वह कुछ गलत कार्य करके नहीं गए थे। बल्कि छात्र के लिए भविष्य रूपी कार्य का योगदान दिए थे।
इसके बाद येचुरी राजनीतिज्ञ क्षेत्रों में आगे बढ़ते चले गए।
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